सोचिए, जिस प्लेटफॉर्म पर करोड़ों लोग अपनी टीम बनाकर हर मैच में असली पैसे जीतने का सपना देखते थे, वही प्लेटफॉर्म अब अपना सबसे बड़ा कारोबार बंद कर रहा है। जी हां, Dream11, जो भारत की सबसे बड़ी फैंटेसी गेमिंग कंपनी मानी जाती थी, अब अपने रियल मनी गेम्स को बंद करने का फैसला कर चुकी है। इसके पीछे की वजह है भारत सरकार का नया Online Gaming Bill 2025, जिसने पूरे ऑनलाइन गेमिंग जगत को हिला दिया है।
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Dream11 क्यों है चर्चा में?
Dream11 वो प्लेटफॉर्म है जहां लोग क्रिकेट, फुटबॉल जैसे खेलों में अपनी टीम बनाते थे और मैच के हिसाब से पैसे जीतते थे। इस ऐप के करीब 28 करोड़ यूज़र्स हैं और इसकी कीमत 8 बिलियन डॉलर के आसपास आंकी जाती थी। कंपनी की सालाना कमाई करीब ₹9600 करोड़ तक पहुंच चुकी थी, जिसमें से 80-90% हिस्सा रियल मनी फैंटेसी गेम्स से आता था। लेकिन अब ये कारोबार पूरी तरह रुकने जा रहा है।
क्या है नया Online Gaming Bill 2025?
भारत सरकार ने हाल ही में एक नया कानून पारित किया है – Online Gaming Bill 2025। इस बिल में उन गेम्स को गैरकानूनी घोषित किया गया है, जिनमें असली पैसे का लेन-देन होता है और जिनका नतीजा ज्यादातर किस्मत या सट्टेबाज़ी जैसा होता है। लंबे समय से चल रही बहस के बाद अब फैंटेसी गेमिंग को भी इसी दायरे में शामिल कर लिया गया है।
Dream11 का बड़ा फैसला
20 अगस्त को एक इंटरनल मीटिंग (टाउनहॉल) में Dream11 ने अपने कर्मचारियों को बताया कि अब कंपनी रियल मनी गेमिंग का कारोबार बंद कर रही है। यह फैसला आसान नहीं था क्योंकि कंपनी की सबसे ज्यादा कमाई इसी मॉडल से होती थी। लेकिन कानून का पालन करना जरूरी है, और इसलिए कंपनी को अपनी दिशा बदलनी पड़ रही है।
आगे क्या करेगा Dream11?
अब Dream11 ने अपने अगले कदम भी साफ कर दिए हैं। कंपनी अपनी पेरेंट कंपनी Dream Sports के जरिए फ्री-टू-प्ले गेम्स और सोशल गेमिंग प्रोजेक्ट्स पर फोकस करेगी। यानी यूज़र्स अब गेम तो खेल पाएंगे लेकिन असली पैसे जीतने का मौका खत्म हो जाएगा। कंपनी का मानना है कि यह बदलाव लंबे समय के लिए जरूरी है और इसी से उनका यूज़र बेस बचा रह सकता है।
क्रिकेट जगत पर भी असर पड़ेगा
Dream11 सिर्फ एक गेमिंग ऐप नहीं था, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य स्पॉन्सर भी है। ऐसे में इसके रियल मनी गेम्स बंद होने से स्पॉन्सरशिप और ब्रांडिंग पर असर पड़ सकता है। हालांकि कंपनी ने कहा है कि वह भारतीय खेलों में अपना सहयोग जारी रखेगी, लेकिन अब उसका फोकस अलग तरह के बिज़नेस पर होगा।
करोड़ों यूज़र्स के लिए क्या बदलेगा?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि 28 करोड़ लोगों का क्या होगा जिन्होंने Dream11 पर खाते बनाए हुए हैं और पैसे लगाए हुए थे। कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि सभी पुराने ट्रांजैक्शन सेटल कर दिए जाएंगे और लोगों को उनके पैसे वापस मिल जाएंगे। इसके बाद प्लेटफॉर्म सिर्फ मनोरंजन के लिए रहेगा।
इंडस्ट्री के लिए क्या संकेत हैं?
Dream11 का यह कदम सिर्फ एक कंपनी की कहानी नहीं, बल्कि पूरे ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर के लिए एक संकेत है। आने वाले समय में रियल मनी वाले गेम्स पर और सख्ती बढ़ सकती है। कई कंपनियों को अब अपने बिज़नेस मॉडल बदलने होंगे, वरना उन्हें भी यही करना पड़ सकता है जो आज Dream11 कर रहा है।